03 Sep 2024
By- Aajtak.in
आचार्य चाणक्य ने कुछ ऐसी गलतियों का वर्णन किया है जो अगर घर में हो रही हैं तो उसका काफी ज्यादा नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, अगर यह गलतियां हो रही हैं तो घर की खुशहाली खत्म हो जाती है. घर श्मशान समान हो जाता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, अगर घर पर ब्राह्मण आए हैं तो सभी लोगों को पूरे मन से उनका आदर-सत्कार करना चाहिए.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जहां घर आए ब्राह्मण या भिक्षा मांगने ब्राह्मण को बिना कुछ दिए भेज देते हैं वहां कभी भगवान की कृपा नहीं होती है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि घर आए ब्राह्मणों को हमेशा सत्कार और दान-दक्षिणा आदि के साथ ही विदा करना चाहिए.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, घर में पूजा-पाठ, वेदों और मंत्रों का उच्चारण नियमित रूप से होते रहना चाहिए.
चाणक्य के अनुसार, जिन घरों में ऐसा नहीं होता है वहां हमेशा दरिद्रता रहती है. उस घर की खुशहाली खत्म हो जाती है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जिन घरों में कभी शुभ कार्य नहीं होते हैं वह भी श्मशान समान ही होते हैं.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि समय-समय पर घर में सत्यनारायण की कथा, हवन व पाठ होते रहते चाहिए. इससे खुशहाली बनी रहती है.