05 FEB 2025
By- Aajtak.in
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में एक ऐसा काम बताया है जिसे करने के बाद भगवान से भी माफी नहीं मिलती है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, कोई भी व्यक्ति किसी हथियार से अधिक अपने शब्दों से दूसरों को घायल कर सकता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, इंसान के शब्द ही ऐसी चीज हैं, जो बिना हाथ लगाए भी दूसरों पर वार कर सकते हैं.
ऐसे में चाणक्य ने कहा है कि जो आदमी ईश्वर स्वरूप माता-पिता के लिए अपशब्द बोलता है, वह महापापी होता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि किसी भी व्यक्ति के लिए माता-पिता को अपशब्द बोलना ही जीवन में सबसे बड़ा पाप है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, इंसान का यह ऐसा पाप है, जिसे करने के बाद उसे जीवन में कभी माफी नहीं मिलती है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, आदमी गुस्से में आकर माता-पिता के लिए ऐसे शब्द बोल तो देता है, जिसके बाद जीवन भर पछताता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, किसी भी संतान का ऐसा व्यवहार माता-पिता का दिल तोड़ देता है. उन्हें दुख पहुंचता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, यह ऐसी गलती है जिसे एक बार को माता-पिता माफ भी कर दें लेकिन भगवान कभी माफ नहीं करते हैं.