26 Dec 2024
By- Aajtak.in
प्रसिद्ध आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में दान देना सबसे उत्तम कार्यों में से एक बताया है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो इंसान दूसरों की मदद के लिए दान करता है उसके पास कभी पैसे की कमी नहीं होती है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि दान देने से इंसान की धन-दौलत घटती नहीं बल्कि बढ़ जाती है.
हालांकि, आचार्य चाणक्य ने दान देने वालों के लिए एक जरूरी सलाह भी दी है. यह सलाह सभी दान करने वालों मान लेनी चाहिए.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि किसी भी व्यक्ति को अपनी आर्थिक स्थिति को देखते हुए ही किसी दूसरे को दान देना चाहिए.
चाणक्य के अनुसार, जो भी व्यक्ति बिना सोच- समझकर दान देता है वह अपना भी सबकुछ लुटा देता है. हमेशा परेशान रहता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, अमीर हो या गरीब, किसी भी व्यक्ति को उतना ही दान करना चाहिए, जितना कर पाने में वह सक्षम हो.
इतिहास में ऐसे कई लोगों के उदाहरण हैं, जिन्होंने अधिक दान देने के चक्कर में भिखारियों जैसा जीवन गुजारा है.
चाणक्य के अनुसार, दान देते हुए आदमी को धन-संपत्ति का ध्यान रखना चाहिए. नहीं तो भविष्य में आर्थिक परेशानियां जकड़ लेती है.