29 July 2024
By- Aajtak.in
जीवन में इंसान की चाहत होती है कि वह खूब तरक्की करे जिससे उसका समाज में मान-सम्मान हो.
आचार्य चाणक्य ने तरक्की करने का एक ऐसा मंत्र बताया है जो लोगों को सफल बनाने की ताकत रखता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, इंसान की भाषा ही उसे धनवान भी बना सकती है और कंगाल भी कर सकती है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो व्यक्ति मधुरभाषी होता है, सबसे अच्छा व्यवहार रखता है, वह सफल जरूर होता है.
खासतौर पर अगर कोई कारोबारी मधुरभाषी होता है तो वह बिजनेस से जुड़े हर काम में खूब तरक्की करता है.
मधुरभाषी लोगों का कोई दुश्मन नहीं होता है. उनके विरोधी भी मुरीद बन जाते हैं. समाज में खूब सम्मान होता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जहां एक तरफ मीठी वाणी वाले सफल हो जाते हैं तो वहीं कटु वचन बोलने वाले सफलता से दूर रह जाते हैं.
इंसान की कटु वाणी से समाज में दूसरे लोग नाराज हो जाते हैं जिसका उसके ही जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
कटु वचन की वजह से इंसान के वह काम भी होते-होते रुकने लगते हैं जिनके सफल होने की उम्मीद ज्यादा होती है.