आचार्य चाणक्य ने ऐसे तीन लोगों का वर्णन किया है जो अपने घर को नर्क समान कर देते हैं.
चाणक्य के अनुसार, ऐसे लोग हमेशा परेशान रहते हैं. कोई न कोई संकट इनके ऊपर हमेशा रहता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, नर्क में रहने वाले जब देह धारण कर इस संसार में आते हैं, वह कभी मधुरभाषी नहीं होते हैं.
चाणक्य के अनुसार, उनका स्वभाव अत्यंत क्रोधी होता है. हमेशा मुंह से कड़वी बात करते हैं.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि इन्हीं वजहों के चलते ऐसे लोग हमेशा निर्धन ही रहते हैं, पैसों की तंगी झेलते हैं.
वहीं यह लोग अपने परिवार के लोगों और मित्रों से द्वेष भाव रखते हैं. अपनों के लिए भी हमेशा खराब रहते हैं.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि इनकी संगति में नीच लोग रहते हैं.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ऐसे लोग नर्क से संसार में आते हैं और जहां रहते हैं, वहां भी नर्क ही बना देते हैं.
इसी वजह से इन लोगों के घर में हमेशा क्लेश रहता है. कोई भी आदमी खुशहाल नहीं रहता है.