22 July 2024
By- Aajtak.in
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में ऐसे आदमी का वर्णन किया है जो हर एक कारोबार में सफल हो जाता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, ऐसा आदमी जीवन भर न सिर्फ तरक्की करता है बल्कि कम समय में धनवान बन जाता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो लोग मधुर वाणी बोलते हैं यानी मधुरभाषी होते हैं, वह हमेशा कामयाब हो जाते हैं.
ऐसे लोगों की मीठी जुबान ही उन्हें सफल बना देती है. ऐसे लोगों का कोई दुश्मन भी नहीं होता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि मधुरभाषी लोगों को हमेशा सफलता मिलती है और जल्दी मिलती है.
चाणक्य के कथन का आज के समय में अर्थ है कि मधुर वाणी ही कारोबार में बड़ी-बड़ी डील मिनटों को फाइनल करवा सकती है.
अगर कारोबार को आदमी खूब आगे बढ़ाना चाहता है तो उसे मधुरभाषी होने की काफी जरूरत है.
वहीं चाणक्य कहते हैं कि कटु वचन यानी कड़वी वाणी कभी नहीं बोलनी चाहिए. ऐसी वाणी वाले कभी सफल नहीं होते हैं.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, ऐसे लोगों की कटु वाणी से दूसरे लोग हमेशा नाराज रहते हैं. इसका असर जीवन पर भी पड़ता है.