05 Sep 2024
By- Aajtak.in
आचार्य चाणक्य के अनुसार, कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनके सिर पर जीवन भर पैसों का कर्ज रहता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, ऐसे लोगों की जेब हमेशा खाली रहती है. कभी पैसा हाथ में नहीं टिकता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, धन की देवी मां लक्ष्मी भी इन लोगों से कभी भी प्रसन्न नहीं रहती हैं.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि काफी लोगों में दूसरों से उधार पैसा मांगने की आदत बन जाती है.
इन लोगों के पास उधार का पैसा आने के बावजूद धन की तंगी रहती है. धीरे-धीरे आदमी कर्ज के जाल में फंस जाता है.
हालत उस समय और बिगड़ जाती है जब उधार लिया हुआ पैसा भी ऐसे लोग व्यर्थ में उड़ा देते हैं.
कर्ज जब बढ़ता हुआ चला जाता है तो जो पैसा इनके पास आता भी है तो वह भी कम पड़ने लगता है.
अपनी ही ऐसी आदत इंसान को पाई-पाई के लिए मोहताज कर देती है. धन न होने की वजह से परेशानियां होती हैं.
हमेशा इंसान को धन की बचत सीखनी चाहिए. बिना जरूरत कभी धन उधार पर नहीं लेना चाहिए. व्यर्थ में पैसा खर्च नहीं करना चाहिए.