शास्त्रों में कहा गया है कि अगर कोई सो रहा हो तो उसे बीच नींद में जगाना अच्छा नहीं है. सिर्फ जरूरत पड़ने पर ही ऐसा करना चाहिए.
हालांकि, आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में चार ऐसे लोगों का वर्णन किया है जिन्हें सोता हुआ देखकर तुरंत जगा देना चाहिए.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अगर यह चार लोग सोते हुए मिलें तो इन लोगों को तुरंत जगाने में ही आपकी समझदारी है.
चाणक्य के अनुसार, कोई भी छात्र, कहीं जा रहा यात्री, भूख से पीड़ित और द्वारपाल यानी सिक्योरिटी गार्ड काम के समय सोता दिखे तो तुरंत उठाएं.
चाणक्य के अनुसार, अगर छात्र सोता रहेगा तो अपनी विद्या का अभ्यास कैसे करेगा. उसे न उठाने से ही उसका ही बड़ा नुकसान हो सकता है.
वहीं आचार्य चाणक्य के अनुसार, अगर यात्रा के समय यात्री कहीं सो गया तो उसके साथ कोई अपराध हो सकता है.
गर कोई आदमी प्यास या भूख से परेशान है लेकिन सो गया है तो कुछ खिलाने के लिए तुरंत उसे उठा देना चाहिए.
वहीं चाणक्य के अनुसार, अगर द्वारपाल यानी सिक्योरिटी गार्ड सो रहे हैं तो इन्हें तुरंत जगाना ही ठीक हो सकता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि इनके सोने से सिर्फ एक ही नहीं बल्कि अनेक लोगों को नुकसान हो सकता है.