गधे से भी इंसान सीख सकता है ये 3 बातें! हर कदम पर मिलेगी सफलता
आचार्य चाणक्य अपने गुणों से राजनीति विशारद, आचार-विचार के कूटनीतिज्ञ के रूप में जाने जाते हैं.
आचार्य चाणक्य चंद्रगुप्त मौर्य के महामंत्री, गुरू, संस्थापक और मौर्य वंश के राजनीतिक गुरु थे.
2500 ई. पू. आचार्य चाणक्य नेअर्थशास्त्र, लघु चाणक्य, वृद्ध चाणक्य, चाणक्य-नीति शास्त्र का लिखा था.
आचार्य चाणक्य की कूटनीतियां आज के समय में भी बिल्कुल सटीक बैठती हैं.
चाणक्य-नीति शास्त्र के छठवें अध्याय में आचार्य चाणक्य ने बताया है कि हर इंसान को गधे से तीन गुण सीखने चाहिए.
अगर कोई व्यक्ति इन तीन बातों को अपने जीवन में उतारता है तो वह जीवन में कभी धोखा नहीं खाएगा और सफलता भी मिलेगी.
आचार्य चाणक्य ने कहा है कि जिस तरह गधा थका होने पर भी बोझ ढोता रहता है, आलस्य नहीं करता. उसी प्रकार बुद्धिमान व्यक्ति को भी आलस्य नहीं करना चाहिए.
1. आलस्य का त्याग करें
जिस तरह गधा हर मौसम में और हर स्थिति में अपना काम कर लेता है. उसी तरह इंसान को भी मौसम के सर्द और गर्म होने से अंतर नहीं पड़ना चाहिए.
2. बदलते मौसम से ना डरें
जिस प्रकार गधा संतुष्ट होकर कहीं भी चर लेता है, उसी प्रकार बुद्धिमान व्यक्ति को भी सदा संतोष रखना चाहिए और अपने काम में लगे रहना चाहिए.
3. संतोष के साथ आगे बढ़ें