उधारी पर कटती है ऐसे लोगों की जिंदगी, रहते हैं पाई-पाई को मोहताज

दुनिया में आपने कई ऐसे लोग देखे होंगे जो अक्सर दूसरों से पैसा उधार मांगते रहते हैं. 

हालांकि, उधार मिलने के बाद भी उनकी जरूरत पूरी नहीं होती है, और वे फिर से पैसा मांगने लग जाते हैं.

इनके पास धन कहीं से आता है तो बेवजह के खर्चों या उधार का पैसा या उसका ब्याज देने में ही चला जाता है. 

आचार्य चाणक्य के अनुसार, इस तरह के लोगों की जेब में कभी भी पैसा नहीं रहता है.

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि इसी वजह से इंसान को धन हमेशा सोच-समझकर ही खर्च करना चाहिए. 

आचार्य चाणक्य के अनुसार, संकट की घड़ी में धन ही इंसान का सबसे अच्छा दोस्त होता है.

चाणक्य कहते हैं कि जो लोग धन संभालकर नहीं रखते हैं, उन्हें हमेशा परेशानियों का सामना करना पड़ता है. 

चाणक्य के अनुसार, बुरा समय आने पर ऐसे लोग पैसों के लिए हमेशा दूसरों का मुंह ताकते हैं. 

आचार्य चाणक्य के अनुसार, ऐसे लोगों का जीवन हमेशा उधार लिए हुए पैसों पर चलता है. जेब हमेशा खाली रहती है.