आचार्य चाणक्य ने मनुष्य की कई ऐसी आदतों का वर्णन किया है, जो उसे तरक्की दिलाने में मददगार हो सकती है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि इंसान को स्वभाव से बेहद सीधा नहीं होना चाहिए. कई बार उसका सीधापन गले की हड्डी भी बन जाता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जिस आदमी का स्वभाव ऐसा होता है, उसका फायदा सभी लोग उठाते हैं. इंसान में थोड़ी चतुराई होनी चाहिए.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, अगर कोई इंसान भविष्य संवारना चाहता है तो कुछ चीजों को दिमाग में डालकर एक आदत बनानी चाहिए.
इन चीजों में पैसे कमाने का अच्छा जरिया, सच्चे दोस्त, सही जगह और खुद के ऊर्जा स्त्रोत शामिल हैं. इन सभी पर गौर करना जरूरी है.
आचार्य चाणक्य आगे कहते हैं कि, मनुष्य इतना ज्यादा लालची होता है कि वह हर चीज को पाने के लालच में सही को भी छोड़ देता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि इंसान को हमेशा निर्णय लेते समय सही और गलत की परख करनी चाहिए. यह आदत फायदेमंद होती है.
वहीं आचार्य चाणक्य के अनुसार, कोई भी मनुष्य सिर्फ और सिर्फ अपने कर्मों और गुणों से ही श्रेष्ठ कहलाया जाता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो भी इंसान कर्म और गुणों से अच्छा होता है, उसे जीवन में सफलता जरूर मिलती है.