कभी भी दूसरों का दुख नहीं समझ सकते ये 6 लोग

21 July, 2022

आचार्य चाणक्य के मुताबिक 6 तरह के लोग कभी दूसरे का दर्द और दुख नहीं समझते. इन्हें जो करना होता है वो करके रहते हैं. 

चाणक्य के मुताबिक राजा यानी शासन-प्रशासन के लोग किसी के दुख व भावनाओं को नहीं समझते हैं. 

शासन-प्रशासन के लोग

शासन-प्रशासन से जुड़े लोग कड़क होकर नियम और सत्य के आधार पर फैसला करते हैं.

चाणक्य नीति के अनुसार वेश्या अपने काम से और पैसे से मतलब रखती है. उसे दूसरे के दुख से कोई मतलब नहीं होता.

वेश्या

चाणक्य के मुताबिक यमराज का लोगों की भावनाओं से कोई संबंध नहीं होता. समय आने पर वो किसी को नहीं छोड़ते. 

यमराज

यमराज को किसी के दुख दर्द से कोई मतलब नहीं होता. यम अगर पीड़ा को समझेंगे तो किसी प्राणी की मृत्यु ही नहीं होगी.

चाणक्य ने कहा है कि चोर किसी की पीड़ा नहीं समझते. उसका एक ही लक्ष्य होता है चोरी करना. 

चोर

उसके चोरी से सामने वाले के साथ कितनी बड़ी परेशानी हो सकती है इससे उसे कोई मतलब नहीं होता.

बच्चों को दूसरों के दर्द और दुख से कोई मतलब नहीं होता, क्योंकि उसकी बुद्धि का विकास नही हुआ होता और भावनाओं से काफी दूर होता है.

बच्चे

याचक यानी मांगने वाले भी दूसरों का दुख नहीं समझते. उन्हें बस अपनी जरूरत को पूरा करना ही पता होता है. 

याचक 
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