आचार्य चाणक्य ने ऐसे लोगों का वर्णन किया है, जो इस संसार में भी स्वर्ग का सुख भोगते हैं.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि संसार में ऐसे लोगों का कोई दुश्मन भी नहीं होता है.
आचार्य चाणक्य ने इन लोगों में मधुर और सच्ची वाणी बोलने वालों को शामिल किया है.
आचार्य चाणक्य ने इन लोगों में मधुर और सच्ची वाणी बोलने वालों को शामिल किया है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, मीठी और सच्ची वाणी इंसान को स्वर्ग ले जाती है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जो लोग मीठी वाणी बोलते हैं, वे लोग सभी को अपना मित्र बना लेते हैं.
आचार्य कहते हैं कि ऐसे लोग संसार में बिना किसी डर स्वर्ग का सुख भोगते हैं.
चाणक्य के अनुसार, ऐसा इंसान प्रेमपूर्ण मधुरवाणी से शत्रु को भी अपना मित्र बना लेता है.
इसलिए हमेशा इंसान की वाणी में मधुरता होनी चाहिए. साथ ही उसे हमेशा सच बोलना चाहिए.