30 Aug 2024
AajTak.In
शर्म और लिहाज इंसान को सभ्य बनाते हैं. हालांकि चाणक्य ने कहा है कि कुछ जगहों पर शर्म-संकोच करने वाले लोग दुनिया से बहुत पीछे रह जाते हैं.
अपनी किताब नीति शास्त्र में चाणक्य ने तीन ऐसी जगहों का जिक्र किया है, जहां इंसान को कभी शर्म नहीं करनी चाहिए.
(Credit: Whatsapp/MetaAi)
1. चाणक्य कहते हैं कि इंसान को कभी भी धन से जुड़े कामों में शर्म नहीं करनी चाहिए. इस मामले में शर्म करने वाले को नुकसान झेलना पड़ता है.
उदाहरण के लिए, आपने किसी शख्स को पैसा उधार दिया है, लेकिन पैसा वापस मांगने में आप संकोच कर रहे हैं तो आपको धन हानि होगी.
2. चाणक्य कहते हैं कि हमें भोजन करने में कभी शर्म नहीं करनी चाहिए. ऐसा करने वाले हमेशा खाली पेट रह जाते हैं और फिर बाद में पछताते हैं.
चाणक्य कहते हैं कि आदमी को कभी भी अपनी भूख को नहीं मारना चाहिए, क्योंकि भूखा इंसान कभी अपने तन-मन पर नियंत्रण नहीं रख पाता है.
3. जीवन में गुरु मार्गदर्शक होते हैं, इसलिए उनसे शिक्षा लेने में कभी शर्म नहीं करनी चाहिए. ऐसे लोग भी रेस में बहुत पीछे छूट जाते हैं.
एक अच्छा विद्यार्थी वही है, जो बिना शर्म किए अपने गुरु से सभी जिज्ञासाओं का हल पूछता है. ऐसे लोग जीवन में खूब तरक्की करते हैं.