साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 28-29 अक्टूबर की मध्यरात्रि को लगने जा रहा है. इस दिन शरद पूर्णिमा भी है.
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में लगने जा रहा है. इस बार लगने वाला चंद्र ग्रहण आंशिक होगा. यह चंद्र ग्रहण भारत में भी दृश्यमान होगा.
चांद पर हल्की छाया यानी पेनम्ब्रा का चरण 28 अक्टूबर की रात 11:32 मिनट पर शुरू होगा और देर रात 3:56 मिनट पर समाप्त होगा. हालांकि, गहरी छाया यानी मुख्य ग्रहण का चरण रात 1 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर 2 बजकर 24 मिनट पर खत्म होगा यानी ये एक घंटा 19 मिनट का होगा.
चंद्र ग्रहण का सूतक काल 28 अक्टूबर की शाम 4 बजकर 5 मिनट पर लग जाएगा. इस दौरान सिर्फ धार्मिक कार्य ही करने चाहिए.
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. यह चंद्र ग्रहण यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, नॉर्थ अमेरिका, उत्तर व पूर्व दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, हिन्द महासागर, अंटार्कटिका में भी दिखेगा.
आंशिक चंद्र ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा का केवल एक हिस्सा पृथ्वी की छाया में प्रवेश करता है.
चंद्र ग्रहण के दौरान क्रोध न करें, क्रोध करने से अगले 15 दिन आपके लिए खतरनाक हो सकते हैं. चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन ग्रहण न करें. साथ ही पूजा पाठ करना भी वर्जित माना जाता है.
चंद्र ग्रहण के दौरान व्यक्ति को किसी भी नए काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए. माना जाता है कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा अधिक रहती है.
यह चंद्र ग्रहण मेष, वृषभ, कन्या और मकर राशि के लिए बेहद अशुभ माना जा रहा है. साथ ही मिथुन, कर्क, वृश्चिक और कुंभ राशि वालों के लिए ये चंद्र ग्रहण शुभ माना जा रहा है.