इस साल शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण का साया लगने वाला है. शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर को है और इसी दिन चंद्र ग्रहण भी लगेगा.
शरद पूर्णिमा पर चांद की रोशनी में खीर रखकर खाने की परंपरा होती है. शरद पूर्णिमा की इस खीर को अमृत के समान माना जाता है.
इस बार शरद पूर्णिमा की तिथि 28 अक्टूबर को सुबह 04.17 बजे से 29 अक्टूबर को रात 01:53 बजे तक रहेगी.
28 अक्टूबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा. यह चंद्र ग्रहण रात 11.32 बजे से रात 3.56 बजे तक रहेगा, जिसका मुख्य प्रभाव 1 बजकर 5 मिनट से शुरू होगा.
फिर चंद्र ग्रहण का सूतक काल भी 9 घंटे पहले यानी 28 अक्टूबर को दोपहर 4 बजकर 05 मिनट पर लग जाएगा.
ऐसे में चंद्र ग्रहण के साए में खीर बनाने और खाने की परंपरा कैसे पूरी होगी? क्योंकि ग्रहण के साए में बनी खीर दूषित होगी और इसे खाना उचित नहीं है.
ज्योतिषविदों का कहना है कि शरद पूर्णिमा की खीर आपको सूतक काल लगने से पहले बनानी और खानी होगी.
चूंकि शरद पूर्णिमा तिथि 28 अक्टूबर को सुबह 04.17 बजे लग जाएगी. ऐसे में आप तड़के सुबह उठकर खीर बनाएं और इसे चांद की रोशनी में रख दें.
इस दिन चंद्रास्त सुबह 04:42 बजे होगा. चंद्रास्त के बाद आप उस खीर को खा सकते हैं. इस तरह आप ग्रहण काल से बचते हुए शरद पूर्णिमा मना सकेंगे.