28 अक्टूबर की रात यानी कल भारत में चंद्र ग्रहण लगने वाला है. यह चंद्र ग्रहण रात 11.32 बजे से रात 3.56 बजे तक रहेगा.
चंद्र ग्रहण रात 1 बजकर 44 मिनट से रात 2 बजकर 24 मिनट के बीच अपने पीक पर होगा. यानी उसका प्रभाव सबसे ज्यादा होगा.
ज्योतिष शास्त्र में चंद्र ग्रहण को एक बहुत ही महत्वपूर्ण घटना माना जाता है. इसलिए चंद्र ग्रहण कुछ काम बिल्कुल नहीं करने चाहिए.
चंद्र ग्रहण में 9 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है और सूतक शुरू होने से ग्रहण खत्म होने तक देवी-देवताओं की पूजा नहीं होती है.
चंद्र ग्रहण के दौरान श्मशान घाट या सुनसान जगहों पर जाने से बचना चाहिए. इस दौरान नकारात्मक शक्तियां हावी रहती हैं.
चंद्र ग्रहण में नए काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए. ग्रहण में नकारात्मक ऊर्जा का संचार रहता है, इसलिए कार्य सफल होने में बाधाएं आती हैं.
चंद्र ग्रहण की अवधि में खाने-पीने से परहेज करना चाहिए. अगर घर में खाना रखा है तो उसमें भी तुलसी के पत्ते डाल देना चाहिए.
खाने में तुलसी के पत्ते डालने के लिए उन्हें सूतक काल लगने से पहले ही तोड़ लें. सूतक काल से ग्रहण खत्म होने तक तुलसी को स्पर्श न करें.
चंद्र ग्रहण में सुई-धागा और नुकीले उपकरण या औजारों का इस्तेमाल करने से बचें. ग्रहण के दौरान यात्रा से भी बचें.
चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को ग्रहण की छाया से दूर रहना चाहिए. संभव हो तो घर से बाहर बिल्कुल न जाएं.