इस बार चतुर्मास की शुरुआत 29 जून से होने जा रही है और समापन 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी के दिन होगा.
साथ ही इस बार चातुर्मास 04 महीने के बजाय 05 महीने के होंगे. यानी कि इस बार भगवान विष्णु 5 महीने तक योग निद्रा में रहेंगे.
मान्यता के अनुसार, इसी दिन से श्रीहरि भगवान विष्णु चार महीनों के लिए क्षीरसागर में योग निद्रा के लिए चले जाते हैं.
चार महीने की इस अवधि को चतुर्मास भी कहते हैं. इस दौरान कोई शुभ कार्य जैसे वैवाहिक कार्य, भूमि पूजन, मुंडन नहीं किए जाते हैं.
आइए जानते हैं कि चातुर्मास के दौरान किन गलतियों से सावधान रहना है.
चातुर्मास के इस माह में साग, हरी सब्जियां और दाल खाना वर्जित माना जाता है.
इन चार महीनों में किसी की बुराई न करें और किसी को धोखा भी न दें.
इस माह में शरीर पर तेल न लगाएं. कांसे के बर्तन में खाना न खाएं.
मांस और मदिरा का सेवन न करें और ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करें.