इस बार देवशयनी एकादशी 17 जुलाई को मनाई जाएगी. इस दिन से ही चातुर्मास की शुरुआत हो जाएगी.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन से श्रीहरि या भगवान विष्णु 4 महीने के लिए देवउठनी एकादशी तक योगनिद्रा में चले जाएंगे.
मान्यता के अनुसार, चातुर्मास के 4 महीनों की अवधि में सभी शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है, उन्हें करना बेहद अशुभ माना जाता है.
इसलिए, ज्योतिषियों की मानें तो चातुर्मास से पहले कुछ खास काम निपटा लें. वरना चातुर्मास के 4 महीनों तक मौका नहीं मिलेगा.
17 जुलाई से पहले विवाह जैसा कोई शुभ अनुष्ठान किया जा सकता है. लेकिन, उसके लिए भी कोई शुभ मुहूर्त ही होना चाहिए.
17 जुलाई से पहले ही मुंडन संस्कार और गृहप्रवेश जैसे सभी कार्य निपटा लें. वरना 4 महीने तक मौका नहीं मिलेगा.
चातुर्मास के दौरान पूजा करने की कोई विशेष विधि या कोई शुभ मुहूर्त नहीं होता. इसलिए, कोई विशेष पूजा करवानी है तो चातुर्मास से पहले ही करवा लें.
यदि आप किसी दुकान या बिजनेस की शुरुआत करना चाहते हैं तो यह शुभ कार्य चातुर्मास से पहले ही कर दें.