11 Mar 2025
Aajtak.in
इस साल 14 मार्च को होली और 13 मार्च को छोटी होली है. छोटी होली की रात होलिका दहन भी किया जाएगा. इस बार छोटी होली पर ग्रहों का अद्भुत संयोग भी बनेगा.
छोटी होली या होलिका दहन पर पूरे दिन भद्रा का साया रहेगा. फिर होलिका दहन के तुरंत बाद ग्रहों के अद्भुत संयोग बनेंगे.
हिंदू पंचांग के अनुसार, भद्रा काल 13 मार्च को सुबह 10.36 बजे से रात 11.28 बजे तक रहेगा. इस दौरान पूजा-पाठ, हवन, जाप जैसे शुभ कार्य वर्जित हैं.
हिंदू पंचांग के अनुसार, होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 11.28 बजे से लेकर मध्य रात्रि 12.15 बजे तक रहने वाला है. दहन के लिए सिर्फ 47 मिनट का समय मिलेगा.
होलिका दहन की शाम को पूजा के स्थान पर जाएं. यहां पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें. सबसे पहले होलिका को उपले से बनी माला अर्पित करें.
फिर रोली, अक्षत, फल, फूल, माला, हल्दी, मूंग, गुड़, गुलाल, रंग, सतनाजा, गेहूं की बालियां, गन्ना और चना आदि चढ़ाएं. कलावा लपेटते हुए 5-7 बार परिक्रमा करें.
होलिका दहन की अग्नि में जौ या अक्षत अर्पित करें. इसकी अग्नि में नई फसल को चढ़ाते हैं और भूनते हैं. भुने हुए अनाज को लोग घर लाने के बाद प्रसाद के रूप में बांटतें हैं.