कल शुरू होने जा रहा है पंचक काल, भूलकर न करें ये काम
27 दिसंबर 2022 से पंचक काल की शुरुआत हो रही है. इसका समापन 31 दिसंबर 2022 को होगा. इस बार अग्नि पंचक लगने जा रहा है. पंचक काल को अशुभ काल माना जाता है.
जब चंद्रमा धनिष्ठा नक्षत्र के तृतीय चरण और उत्तराभाद्रपद, पूर्वाभाद्रपद, रेवती और शतभिषा नक्षत्र के चारों चरणों में भ्रमण करता है तो पंचक काल शुरू होता है.
पंचक काल के दौरान कुछ कार्यों को करना वर्जित माना जाता है. आइए जानते हैं कि पंचक के दौरान कौन से कार्य नहीं करने चाहिए.
पंचक लगने के बाद दक्षिण दिशा की यात्रा करना वर्जित माना जाता है.
पंचक के समय घर के निर्माण में छत नहीं बनानी चाहिए या कोई लेंटर नहीं डालना चाहिए.
पंचक के दौरान लकड़ी, कण्डा या अन्य प्रकार के ईंधन का भंडारण नहीं करना चाहिए.
पंचक के दौरान किसी भी प्रकार का पलंग खरीदना और ना बनवाना चाहिए.
पंचक के दौरान किसी शय्या का निर्माण भी नहीं करवाना चाहिए. ये करना अशुभ माना जाता है.
ऐसी भी मान्यता है कि अगर पंचक के समय किसी की मृत्यु हुई हो तो उसके शव के साथ 5 पुतले आटे या कुश के रखने चाहिए. इससे पंचक दोष समाप्त हो जाता है.