देवशयनी एकादशी का व्रत 29 जून को रखा जाएगा. इस दिन से भगवान विष्णु अगले 4 महीने के लिए योग निद्रा में चले जाएंगे.
साथ ही इस बार देवशयनी एकादशी बेहद खास मानी जा रही है क्योंकि इस दिन बेहद शुभ संयोग बनने जा रहा है.
देवशयनी एकादशी पर सिद्ध योग, रवियोग, बुधादित्य योग बनने जा रहा है. ये सभी योग बेहद शुभ हैं.
रवि योग सुबह 05 बजकर 26 मिनट से शाम 4 बजकर 20 मिनट तक, सिद्ध योग सुबह 05 बजकर 16 मिनट से 30 जून सुबह 03 बजकर 44 मिनट तक.
इस दिन आर्थिक समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए आंवले के रस से भगवान विष्णु का अभिषेक करें.
साथ ही सुप्ते त्वयि जगन्नाथ जमत्सुप्तं भवेदिदम्। विबुद्दे त्वयि बुद्धं च जगत्सर्व चराचरम्- मंत्र का जाप जरूर करें.
देवशयनी एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर पवित्र स्नान करना चाहिए. फिर घर के पूजा स्थल को साफ करने के बाद गंगाजल से शुद्ध कर लें.
एक आसन बनाकर भगवान विष्णु की मूर्ति या प्रतिमा स्थापित करें और भगवान को पीले वस्त्र, पीले फूल, पीला चंदन चढ़ाएं.
फिर भगवान के हाथों में शंख, चक्र, गदा और पद्म सुशोभित करें. इसके बाद भगवान को पान-सुपारी अर्पित करें. फिर धूप, दीप और फूल चढ़ाएं.