आज देवशयनी एकादशी है. इस दिन भगवान विष्णु चार महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं और चातुर्मास प्रारंभ हो जाता है.
ऐसे में शुभ व मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं. चूंकि श्री हरि को तुलसी अत्यंत प्रिय है, इसलिए देवशयनी एकादशी पर तुलसी से जुड़ी 5 गलतियां नहीं करनी चाहिए.
1. तुलसी के पौधे में माता लक्ष्मी का वास होता है. माना जाता है कि इस दिन मां लक्ष्मी निर्जला व्रत रखती हैं. इसलिए देवशयनी एकादशी पर तुलसी को जल न चढ़ाएं.
2. देवशयनी एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए. अगर तुलसी का प्रयोग करना है तो तुलसी दल पहले से ही तोड़कर रख लें.
3. एकादशी के दिन तुलसी के आस-पास गंदगी बिल्कुल न रखें. तुलसी के पास जूते-चप्पल या कूड़ा-कचरा बिल्कुल न फैलाएं.
4. इस दिन तुलसी को झूठे या गंदे हाथों से न छूएं, अन्यथा भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं. तुलसी को स्पर्श करने से पहले हाथ जरूर धोएं.
5. इस दिन मां तुलसी की पूजा काले कपड़े पहनकर नहीं करनी चाहिए. ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है.
देवशयनी एकादशी के दिन शाम के समय तुलसी के पास घी का दीपक जलाएं. मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें और सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें.