कार्तिक पंचपर्व की शुरुआत 10 नवंबर को धनतेरस के साथ होने जा रही है, जिसका समापन भैया दूज के साथ होगा.
धनतेरस के दिन नई चीजों की खरीदारी से माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और आरोग्य के देवता धनवतंरी प्रसन्न हो जाते हैं.
धनतेरस के दिन घर के मुख्य द्वार में कुछ चीजें रखना बहुत शुभ होता है. ऐसा करने वालों के घर लक्ष्मी, कुबेर और धनवतंरी जरूर पधारते हैं.
धनतेरस के दिन मुख्य द्वार पर मां लक्ष्मी के चरण जरूर लगाएं. मुख्य द्वार पर लक्ष्मी के चरण बाहर से अंदर की ओर आते प्रतीत होने चाहिए.
इस दिन मुख्य द्वार की अच्छे से साफ-सफाई करें. इसके बाद यहां मनी प्लांट या तुलसी का पौधा लगाएं. कहते हैं कि तुलसी में देवी लक्ष्मी स्वयं वास करती हैं.
धनतेरस पर मुख्य द्वार पर बाईं और घी का दीपक जरूर जलाएं. इसे बाहर की ओर मुख करके रखें. घर के लोग इस दीए के दर्शन करें.
धनतेरस के दिन अपने मुख्य द्वार पर वंदनवार जरूर लगाएं. यह वंदनवार आम या फिर अशोक के पत्ते से बना होना चाहिए.
धनतेरस वाले दिन मुख्य द्वार के दोनों ओर स्वास्तिक का चिह्न बनाएं. कहते हैं कि यह चिह्न बनाने से मां लक्ष्मी का घर में आगमन होता है.