22 oct 2024
aajtak.in
हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को दीपावली का त्योहार मनाया जाता है. इस बार दीपावली का त्योहार 31 अक्टूबर, गुरुवार को मनाया जाएगा.
पूरे देश में दीपावली का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. पुराणों के अनुसार, कार्तिक अमावस्या की अंधेरी रात में महालक्ष्मी स्वयं भूलोक पर आती हैं और हर घर में विचरण करती हैं.
दिवाली पर लक्ष्मी पूजा का विशेष विधान है. इस दिन संध्या और रात्रि के समय शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी, विघ्नहर्ता गणेश की पूजा की जाती है.
दिवाली पर लोग घर या दुकानों की साफ-सफाई करते हैं. साथ ही वास्तु शास्त्र के अनुसार, दिवाली से पहले घर में रखीं कुछ अशुभ चीजें भी बाहर कर देनी चाहिए.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में टूटा हुआ शीशा रखने से वास्तु दोष लगता है. यह शुभ नहीं माना जाता है. इसलिए, टूटे हुए शीशे को दिवाली से पहले घर से बाहर कर दें.
अगर घर के मंदिर में देवी-देवता की कोई टूटी हुई मूर्ति रखी है तो उसे दिवाली से पहले ही घर के बाहर कर दें. वास्तु के अनुसार, टूटी हुई प्रतिमा को मंदिर में रखना शुभ नहीं माना जाता है.
अगर घर में बंद घड़ी रखी है तो उसे दिवाली से पहले ही घर के बाहर कर दें. वास्तु के अनुसार, बंद घड़ी को लगाने से तरक्की भी रुक जाती है.
दिवाली के पावन त्योहार से पहले घर से खराब फर्नीचर बाहर कर देना चाहिए. टूटे हुए या फिर खराब फर्नीचर से घर की सुख शांति चली जाती है.
अगर आपके घर में भी खराब लोहा मौजूद है तो दिवाली से पहले आप इसे घर से बाहर निकाल दें. मान्यता है कि इन चीजों से शनि और राहु की नकारात्मकता को झेलना पड़ता है.