By Aajtak.in
पाप या कुकर्म करने वाले हर इंसान को नर्क में सजा मिलती है. इंसान के सारे पापों का पूरा हिसाब-किताब यहीं होता है.
सिहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा कहते हैं कि शिव पुराण, स्कन्द पुराण और कुर्म पुराण में 5 महापापों का वर्णन किया गया है.
पंडित प्रदीप मिश्रा कहते हैं कि पुरणाों में बताए गए ये 5 महापाप करने से इंसान को बचना चाहिए. इनके परिणाम बहुत खराब हो सकते हैं.
1. भ्रूण हत्या- गर्भ में पल रहे भ्रूण की हत्या महापापों में गिनी जाती है. इसलिए भूलवश भी इंसान को यह कुकर्म नहीं करना चाहिए.
2. पराई स्त्री से संबंध- पराई स्त्री के साथ संबंध रखना भी महापाप होता है. ऐसा करने वालों को निश्चित ही नर्क में यातनाएं झेलनी पड़ती हैं.
3. स्वर्ण की चोरी- स्वर्ण यानी सोने की चोरी करना भी महापाप कहलाता है. सोने की चीजें चुराना या जबरन हथिया लेना, ये सब महापाप की गिनती में आता है.
4. किसी का घर बर्बाद करना- किसी के घर में लड़ाई-झगड़ा या कलह करा देना भी महापाप होता है. दूसरों के घर में आग लगाने वालों को भी नर्क में सजा मिलती है.
5. विश्वासघात- दूसरों के साथ विश्वासघात करना भी महापाप है. धन, जायदाद या किसी अन्य वजह से कभी किसी के साथ धोखेबाजी नहीं करनी चाहिए.