बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा 24 अक्टूबर यानी कल मनाया जाएगा.
दशहरा को विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है. दशहरा का पर्व पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है.
कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान राम ने लंकापति रावण का वध करके बुराई को समाप्त किया था. इसके साथ ही इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का वध भी किया था.
ज्योतिषियों की मानें तो दशहरा पर कुछ गलतियों से सावधान रहना चाहिए. तो आइए जानते हैं.
दशहरा सत्य, धर्म और कर्म का पर्व है. इस दिन किसी भी स्त्री या बड़े बुजुर्ग का अपमान न करें. ऐसा करने से मां लक्ष्मी भी रूठ जाती है.
दशहरा बुराई की हार और अच्छाई की जीत का दिन होता है. ऐसे में दशहरा के दिन भूल से भी किसी व्यक्ति की बुराई नहीं करनी चाहिए.
अच्छे वातावरण के साथ ही अच्छी सेहत के लिए पेड़ पौधे बहुत महत्वपूर्ण हैं. ऐसे में दशहरा के दिन पेड़ काटना अशुभ माना जाता है.
दशहरा असत्य पर सत्य की जीत का दिन है. इसलिए, दशहरा के दिन झूठ बोलने या असत्य का साथ देने से बचें. प्रयास करें कि किसी भी तरह की झूठी बातों में आप शामिल न हों.
दशहरा के दिन किसी जीव या जंतु को नुकसान न पहुचाएं, ऐसा करना आपको भारी पड़ सकता है आपका भाग्य दुर्भाग्य में बदल सकता है.