दिवाली ऐसा त्योहार है जिसका इंतजार हर किसी को होता है. दीयों की रोशनी के बीच इस त्योहार को मनाने का उत्साह हर किसी में होता है.
वास्तु के अनुसार, दिवाली के खास मौके पर वास्तु के कुछ नियमों का पालन करने से घर से नकारात्मकता दूर होती है और घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है.
दिवाली से पहले पूरे घर की सफाई की जाती है. ऐसा माना जाता है कि घर के कोने-कोने की सफाई करने से नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकलती है.
वास्तु टिप्स के अनुसार, किचन हो या स्टोर रूम हर जगह अच्छे से सफाई करनी चाहिए.
कहा जाता है कि घर जितना अव्यवस्थित रहता है, सकारात्मक ऊर्जा उतनी कम आती है.
दिवाली से पहले घर से कबाड़, टूटे हुए इलेक्ट्रॉनिक्स, टूटे हुई क्रॉकरी और उन चीजों को निकाल दें जिसका इस्तेमाल आपने पिछले 6 महीने से नहीं किया है.
घर में अगर कई टूटा कांच है तो उसे भी बाहर कर दें क्योंकि वास्तु में इसे अपशकुन माना गया है.
दिवाली के दिन घर के मुख्य द्वार पर देवी लक्ष्मी के पैरों के निशान लगाए जाते हैं. दिवाली के दिन घर का कोई भी कोना अंधेरे में नहीं रहना चाहिए.
घर के उत्तर और उत्तर-पूर्वी दिशा की विशेष सफाई करें. इससे नकारात्मकता दूर होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है.
वास्तु में पूर्व और उत्तर दिशाओं के बीच हल्के और छोटे पौधों को रखने की सलाह दी जाती है. इससे धन लाभ के योग बनते हैं.
वास्तु विशेषज्ञों का कहना है कि घर के सभी कोनों में नमक के पानी का छिड़काव करना, खासकर दिवाली के दौरान अच्छा होता है.
घर को रोशन करने के लिए रंगीन रोशनी, बल्ब, डिजाइनर लैंप चुन सकते हैं. घर की उत्तर दिशा को सजाने के लिए नीली, पीली और हरी लाइट्स लगा सकते हैं.
वहीं दक्षिण दिशा के लिए सफेद, बैंगनी और लाल लाइट्स अच्छी मानी जाती हैं. पूर्व दिशा को लाल, पीली और नारंगी जैसे शुभ रंगों से सजाएं.
वहीं पश्चिम दिशा को पीली, नारंगी और गुलाबी लाइट्स से प्रकाशित करें.