दिवाली कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या की तिथि यानी 4 नवंबर को मनाई जाएगी.
इस पर्व पर दिये जलाने के साथ मां लक्ष्मी के आगमन के लिए घरों को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया जाता है.
वास्तु के अनुसार, इस दिन दिया जलाने और घर में लाइटिंग करने के कुछ नियम होते हैं. नियमों के अनुसार, दिये जलाने से और घर में लाइटिंग करने से सुख-समृद्धि आती है.
दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके कभी भी दीपक न जलाएं, क्योंकि यह अशुभ होता है. दीपावली पर दीये को शुद्ध घी से जलाना चाहिए.
दीया जलाने के लिए कभी भी सूरजमुखी के तेल का इस्तेमाल न करें.
दीये की बाती इतनी लंबी होनी चाहिए कि दीये के बीच में आग न पहुंचे.
दीये जलाने की शुरुआत हमेशा पूजा कक्ष से करें.
दीपावली के दिन घर में लक्ष्मी और गणेश का स्वागत करने के लिए मुख्य द्वार के दोनों ओर दीये जलाकर रखें.
वास्तु के अनुसार, घर में लाइटिंग करते समय दिशा का ध्यान रखना जरूरी होता है.
पूर्व दिशा में लाल, पीला और नारंगी जैसे रंगों की लाइटिंग करना शुभ रहता है.
पश्चिम दिशा में गहरी पीली, नारंगी और गुलाबी लाइटिंग करें.
उत्तर दिशा में नीली, पीली और हरी लाइटें लगा सकते हैं.
दक्षिण दिशा में सफेद, बैंगनी और लाल बत्ती की लाइटिंग कर सकते हैं.