पहचान लें झूठे लोगों की ये 7 निशानियां, बोलते ही पकड़ लेंगे आप

गरुड़ पुराण में झूठ बोलने वाले लोगों के व्यक्तित्व का वर्णन किया गया है.

जो लोग झूठ बोलते हैं, वह उस समय अनावश्यक प्रतिक्रिया देते हैं. जबकि सामान्य परिस्थिति में ऐसा नहीं करते हैं.  

जो व्यक्ति झूठ बोलता है, वह अपनी बात को हमेशा सच साबित करने की कोशिश करता है. 

कई बार झूठ बोलने वाले की बॉडी लैंग्वेज से भी उसके झूठ बोलने का पता लगाया जा सकता है.

आराम की मुद्रा में जरूरी बात करना, या किसी से बात करते समय कंधे झुके हुए हैं तो यह झूठ बोलने का संकेत हो सकता है.

झूठ बोलने वाला व्यक्ति अनावश्यक जल्दबाजी भी करता है. उसे झूठ बोलकर दूसरों के सवालों से बचने की जल्दी होती है.

आंखों से भी झूठ की पहचान हो जाती है. कोई सामान्य से अलग तरीकों से आंखों को हिला रहा है, संभव है झूठ बोल रहा हो.

कोई आपसे बात कर रहा है लेकिन खुद को थका हुआ दिखाने की कोशिश कर रहा है तो इसका अर्थ है कि वह आपकी बातें नहीं सुन रहा.

ऐसा व्यक्ति आपसे झूठ बोल रहा होता है कि आपकी बातों को सुन रहा है, जबकि वह नहीं सुनना चाहता है.

झूठ बोलते समय इंसान सामान्य परिस्थिति से अलग बर्ताव करता है. इससे भी झूठ की पहचान हो सकती है.