आजकल मां-बाप या गुरु का सम्मान न करना एक आम बात हो गई है.
हालांकि, गरुड़ पुराण में माता-पिता का सम्मान न करने वालों के लिए कठोर सजा बताई गई है.
गरुड़ पुराण के अनुसार, जो अपने माता-पिता का सम्मान नहीं करते हैं, उसे नर्क की नदी वैतरणी में डाल दिया जाएगा.
वैतरणी में पानी की जगह खून होता है, जो लावे की तरह उबलता रहता है.
ऐसे में मां-बाप की इज्जत नहीं करने वालों को इसी वैतरणी के दुख भोगते हुए नर्क तक ले जाया जाता है.
माता-पिता के साथ-साथ जो गुरु का सम्मान नहीं करते हैं, उन्हें भी इसी तरह का कष्ट भोगना पड़ता है.
माता-पिता और गुरु को इंसान के जीवन में सबसे बड़ा दर्जा दिया गया है, इसलिए इनका सम्मान न करने की कठोर सजा है.
वहीं जो पुरुष किसी भी द्वेष की वजह से गुणवती पत्नी को छोड़ देता है, उसे भी वैतरणी में डाल दिया जाता है.
जो लोग किसी सच्चे और साफ दिल के इंसान पर गलत आरोप लगाते हैं, उन्हें भी वैतरणी से गुजरना पड़ता है.