कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन और अन्नकूट की पूजा की जाती है. मुख्यत: यह प्रकृति की पूजा है, जिसका आरंभ भगवान कृष्ण ने किया था.
इस दिन प्रकृति के रूप में भगवान गोवर्धन को पूजा जाता है. इस बार गोवर्धन पूजा 14 नवंबर, मंगलवार को की जाएगी.
इस दिन शाम के समय गोवर्धन और भगवान कृष्ण की पूजा की जाएगी. उन्हें अन्नकूट का भोग लगाया जाता है.
गोवर्धन पूजा के लिए कल दो सबसे शुभ मुहूर्त हैं. एक मुहूर्त सुबह 6:43 मिनट से लेकर सुबह 8:43 मिनट तक रहेगा और दूसरा मुहूर्त शाम 5:28 मिनट से लेकर 5:55 मिनट तक रहेगा.
वहीं, गोवर्धन पूजा की प्रतिपदा तिथि 13 नवंबर को दोपहर 2:56 मिनट से लेकर 14 नवबंर को दोपहर 2:36 मिनट तक रहेगा.
साथ ही इस बार की गोवर्धन पूजा बेहद खास मानी जा रही है क्योंकि इस दिन शोभन योग भी बन रहा है, इस योग में भी पूजन किया जा सकता है.
गोवर्धन पूजा के दिन लोग घर के आंगन में या घर के बाहर गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाते हैं और पूजा करते हैं.
साथ ही इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया जाता है और उनके नाम का अन्नकूट तैयार किया जाता है.