हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा का त्योहार मनाया जाता है.
गोवर्धन पूजा को अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है. यह पर्व उत्तर भारत में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है.
इस बार गोवर्धन पूजा की तिथि को लेकर लोगों में बहुत ज्यादा कंफ्यूजन है. कुछ लोगों का कहना है कि गोवर्धन पूजा इस बार 13 नवंबर की है और कुछ कहते हैं 14 नवंबर की.
तो आइए गोवर्धन पूजा की सही डेट या तिथि जानते हैं.
पंडित अरुणेश कुमार शर्मा के मुताबिक, इस बार गोवर्धन पूजा 14 नवंबर यानी कल ही मनाया जाएगा.
दरअसल, गोवर्धन पूजा की प्रतिपदा तिथि 13 नवंबर को दोपहर 2:56 मिनट पर शुरू होगी और प्रतिपदा तिथि का समापन 14 नवंबर को दोपहर 2:36 मिनट पर होगा.
गोवर्धन पूजा मुहूर्त सुबह 6:43 मिनट से लेकर सुबह 8:52 मिनट तक रहेगा. साथ ही पूजन के लिए शाम को 5:28 मिनट से लेकर 5:55 मिनट तक है. जिसमें पूजा की जा सकती है.
विशेषरूप से यह गोवर्धन पूजा मथुरा, वृंदावन, नंदगांव, गोकुल, बरसाना में मनाया जाता है.
गोवर्धन पूजा के लिए गाय के गोबर से गोवर्धन बनाकर उसे फूलों से सजा लें. गोवर्धन पूजा सुबह या शाम के समय की जाती है. इसके लिए शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें. गोवर्धन पर धूप, दीप, नैवेद्य, जल, फल आदि चढ़ाते हुए विधि विधान से पूजा करें.
बने हुई गोवर्धन जी पर एक दीया रखा जाता है. उसके बाद उनकी सात बार परिक्रमा की जाती है. परिक्रमा के वक्त हाथ में लोटे से जल गिराते हुए और जौ बोते हुए परिक्रमा पूरी करें.
गोवर्धन पूजा के दिन अन्नकूट का भोग भी लगाया जाता है. इस दिन खाना बिना लहसून और प्याज के तैयार किया जाता है और भगवान कृष्ण को भोग लगाया जाता है.