साल में कुल चार बार नवरात्रि आती हैं. इनमें चैत्र और शारदीय नवरात्रि के अलावा माघ और आषाढ़ के गुप्त नवरात्रि मनाए जाते हैं.
माघ माह में गुप्त नवरात्रि 22 जनवरी से 30 जनवरी तक रहेंगे. कहते हैं कि गुप्त नवरात्रि में कुछ विशेष गलतियां करने से बचना चाहिए.
इस नवरात्रि के दौरान चमड़े की चीजों से दूर रहना चाहिए. चमड़े का पर्स, वॉलेट, बेल्ट या ऐसे किसी भी सामान से दूर रहे हैं.
इस दौरान न तो चमड़े से बनी चीजें खरीदें और न ही उनका इस्तेमाल करें. बैंगनी, नीले या गहरे रंग के कपड़े पहनने से बचें
गुप्त नवरात्रि के इन नौ दिनों में लहसुन और प्याज का प्रयोग बिल्कुल न करें. तामसिक भोजन के सेवन से बचें और ब्रह्मचर्या का पालन करें.
गुप्त नवरात्रि में देर तक सोने की मनाही होती है, विशेष रूप से उनके लिए जिन्होंने नौ दिनों का व्रत रखा हो.
गुप्त नवरात्रि में साधकों को पलंग या चारपाई पर बैठने से बचना चाहिए. इन्हें जमीन पर बिस्तर डालकर ही विश्राम करना चाहिए.
गुप्त नवरात्रि के नौ दिनों में मांस-मदिरा का सेवन करना भी पाप होता है. इन दिनों में मांस-मदिरा के सेवन से देवी मां के स्वरूप रुष्ट हो सकते हैं.