नवरात्रि के पावन दिनों में देव गुरु बृहस्पति मीन राशि में अस्त हो गए हैं. गुरु 28 मार्च को अस्त हुए हैं. अब 27 अप्रैल को इनका उदय होगा.
बृहस्पति ग्रह को सुख, सौभाग्य, धन और बुद्धि का कारक माना जाता है. जब भी गुरु किसी राशि में अस्त होते हैं तो शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है.
अस्त होने पर गुरु की शक्तियां क्षीण हो जाती हैं. उनकी शुभता का प्रभाव घटने लगता है. इस बार भी अस्त गुरु कुछ राशियों को नुकसान देंगे.
मेष- आपकी राशि में गुरु द्वादश भाव में अस्त हुए हैं. गुरु के अस्त होने से पिता के साथ आपके संबंध बिगड़ सकते हैं. सुखों में कमी हो सकती है.
भाग्य का साथ न के बराबर मिलेगा. शुभ फलों की प्राप्ति मुश्किल से होगी. अच्छे परिणाों के लिए आपको खूब मेहनत करनी होगी.
सिंह- गुरु आपकी राशि के 8वें भाव में अस्त हुए हैं. गुरु के अस्त होते ही आपकी धार्मिक कार्य- शैली प्रभावित होगी. पूजा-पाठ में मन नहीं लगेगा.
परिवार में लड़ाई-झगड़ों की संभावना बनेगी. आलस्य छाया रहेगा. ससुराल पक्ष से लेन-देन के चलते मनमुटाव बढ़ सकता है.
कुंभ- बृहस्पति आपके राशि के दूसरे भाव यानी वाणी और परिवार के भाव में अस्त हुए हैं. वाणी में कठोरता के चलते रिश्ते बिगड़ सकते हैं.
आय के साधनों पर बुरा असर होगा. खर्चों में इजाफा होगा. दुर्घटनाओं की संभावना बनेगी. सावधानी के साथ वाहन चलाएं.