ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब भी देवताओं के गुरु बृहस्पति का गोचर होता है तो सभी राशियों पर उसका अनुकूल प्रभाव पड़ता है.
इस समय देवगुरु बृहस्पति मेष राशि में विराजमान हैं और 1 मई को देवगुरु वृषभ राशि में दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर प्रवेश करेंगे.
उसके बाद 3 मई को बृहस्पति वृषभ राशि में अस्त होंगे, 12 जून को बृहस्पति रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे. इसके बाद 9 अक्टूबर को गुरु वक्री स्थिति में होंगे. साल फिर साल 2025 में गुरु 14 मई को मिथुन में प्रवेश करेंगे.
1 मई को गुरु के गोचर से वृषभ राशि में भी कुबेर योग बनने जा रहा है जिससे मई 2025 तक कुछ राशियों को लाभ होगा.
गुरु का गोचर मेष वालों के दूसरे भाव में होगा. ये गोचर अच्छी खासी तरक्की लेकर आएगा. नौकरी में सफलता प्राप्त होगी. आर्थिक रूप से मजबूती मिलेगी. आय में वृद्धि प्राप्त होगी. अच्छा लाभ होगा. घर का वातावरण खुशहाल बना रहेगा.
गुरु का गोचर कर्क वालों के ग्यारहवें भाव में होगा. व्यापार में अच्छा फल प्राप्त होगा. आपका अच्छा प्रदर्शन होगा. अगले 1 साल धन से जुड़े मामलों में लाभ होगा. आर्थिक लक्ष्य पूरे होंगे.
गुरु का गोचर सिंह वालों के दसवें भाव में होगा. नौकरी में तरक्की प्राप्त होगी. व्यापार के क्षेत्र में नए अवसर प्राप्त होंगे. वेतन में वृद्धि होगी. पदौन्नति होगी. अपार लाभ होगा.
गुरु के गोचर कन्या वालों के नौवें भाव में होगा. करियर में सकारात्मक प्राप्त होंगे. परिवार के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएंगे. तरक्की के नए मार्ग प्राप्त होंगे. दोस्तों का साथ प्राप्त होगा.