By: Aaj Tak

जब एक श्राप के कारण अपनी शक्तियां भूल गए थे  हनुमान


हनुमान जयंती का त्योहार हर साल चैत्र शुक्ल पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. इस बार यह त्योहार गुरुवार, 6 अप्रैल को मनाया जाएगा.


हनुमान जी अजर अमर हैं. वह महाशक्तिशाली हैं. रामायण से लेकर महाभारत तक उनकी शक्तियों के कई किस्से कहानियां हम सुन चुके हैं.


लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक श्राप के चलते हनुमान जी ने अपनी शक्तियों को खो दिया था. आइए आज आपको यह किस्सा बताते हैं.


बजरंगबली को कई देवी और देवताओं से शक्तियां प्राप्त थीं. हनुमान जी को सभी देवताओं ने वरदान के रूप में शक्तियां और अस्त्र दिए थे.


बचपन में बाल हनुमान बेहद शरारती थे. एक बार अंगिरा और भृंग वंश के ऋषि वन में तप कर रहे थे, तब हनुमान जी वहां जाकर शरारत करने लगे.

कैसे मिला श्राप?


इससे ऋषियों की तपस्या भंग हो गई और वे क्रोध में आ गए. तब ऋषियों ने हनुमान को श्राप दिया कि वे अपनी शक्तियां भूल जाएंगे.


जब माता सीता को समुद्र लांघकर ढूंढने पर विचार किया जा रहा था. तब सबको लगा कि ये काम सिर्फ हनुमान कर सकते हैं.


हनुमान अपनी शक्तियां भूल चुके थे, इसलिए उन्हें ये काम असंभव लगने लगा. तब जामवंत ने हनुमान को उनकी शक्तियां याद दिलाई थीं.


अपनी शक्तियों का स्मरण होते ही हनुमान जी ने अपना आकार विशाल कर लिया और समुद्र पार कर लंका में देवी सीता को खोज लिया.