कब है श्रावण मास की अमावस्या, जानें स्नान-दान और पितरों के पूजन का खास मुहूर्त

2 aug 2024

Credit: Aajtak.in

श्रावण मास की अमावस्या को हरियाली अमावस्या कहा जाता है. वातावरण की हरियाली के कारण इसे हरियाली अमावस्या कहते हैं.

इस बार हरियाली अमावस्या 4 अगस्त को मनाई जाएगी. इस दिन दान, ध्यान और स्नान का विशेष महत्व होता है. 

इसके अलावा, इस दिन विभिन्न मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए पौधे भी लगाए जाते हैं. इस तिथि को पौधों को माध्यम से संपन्नता, समृद्धि प्राप्त की जा सकती है. 

इस बार अमावस्या तिथि 3 अगस्त को दिन में 3 बजकर 50 पर शुरू होगी और तिथि का समापन 4 अगस्त को शाम 4 बजकर 42 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार, हरियाली अमावस्या 4 अगस्त को ही मनाई जाएगी.

हरियाली अमावस्या शुभ मुहूर्त

हरियाली अमावस्या पर स्नान-दान का मुहूर्त सुबह 4:20 मिनट से लेकर 5:02 मिनट तक रहेगा. इसके अलावा पूजन अभिजीत मुहूर्त में किया जा सकता है.

स्नान-दान शुभ मुहूर्त

हरियाली अमावस्या के दिन सिद्धि योग, रवि पुष्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है, जो कि शुभ योग माने जाते हैं.

हरियाली अमावस्या शुभ योग

हरियाली अमावस्या के दिन सूर्योदय से पहले उठकर किसी पवित्र नदी में स्नान करें. स्नान के बाद पूजा करें और व्रत का संकल्प करें.

हरियाली अमावस्या पूजन विधि

इसके पश्चात भगवान सूर्य को अर्ध्य देते हुए अपने पितरों को याद करें. इस दिन पितरों के नाम पर दान और धर्म का कार्य करें. फिर भगवान विष्णु और शंकर की पूजा करें.

हरियाली अमावस्या पर सूर्यास्त के बाद पीपल के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाएं. पांच तरह की मिठाइयों को अलग-अलग पांच पीपल के पत्तों पर रखें और ''ऊं सर्वेभ्यो पितृदेवेभ्यो नमः'' मंत्र का जाप करें

हरियाली अमावस्या उपाय