हरतालिका तीज भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है. इस दिन शिव-पार्वती की पूजा का विधान है.
धर्म शास्त्रों के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए हरतालिका तीज का व्रत रखा था.
इस साल हरतालिका तीज का व्रत 30 अगस्त को रखा जाएगा. इस दिन सुहागिनें पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं.
हरतालिका तीज पर भगवान शिव और माता पार्वती की शुभ मुहूर्त में पूजा से आपका भाग्योदय हो सकता है.
हरतालिका तीज पर सुबह 06.05 से 8.38 बजे तक और शाम 06.33 से रात 08.51 बजे तक पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा.
हरतालिका तीज का व्रत सबसे कठोर व्रतों में गिना जाता है. इसका संकल्प एक बार लेने के बाद किसी भी वर्ष इसे नहीं छोड़ा जा सकता.
इस दिन श्रृंगार पिटारी से सुहाग की सारी वस्तुएं माता पार्वती को अर्पित करके उनसे पति की दीर्घायु की कामना की जाती है.
भगवान शिव से घर की सुख-समृद्धि और पति के उत्तम स्वास्थ का वरदान पाने का ये सबसे अच्छा दिन है.