कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धन त्रयोदशी या धनतेरस के नाम से जाना जाता है.
इस दिन माता लक्ष्मी, कुबेर और देवताओं के वैद्य भगवान धन्वंतरि की पूजा विधि विधान से की जाती है.
धनतेरस के दिन लोग सोना, चांदी, आभूषण, वाहन, घर, प्लॉट आदि की खरीदारी करते हैं.
इस वर्ष धनतेरस का त्योहार 02 नवंबर दिन मंगलवार को पड़ रहा है.
हालांकि वास्तु शास्त्र के अनुसार इस दिन कुछ ऐसे भी काम होते हैं, जिनको करने से बचना चाहिए.
धनतेरस के दिन आपको कांच या प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी हुई मूर्तियों का पूजन करने से बचना चाहिए,
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, व्यक्ति को दिन में नहीं सोना चाहिए. धनतेरस और दिवाली को दिन में सोने से आलस्य और नकारात्मकता आती है.
इस दिन किसी को भी रुपये उधार नहीं देना चाहिए. लोक मान्यता है कि ऐसा करने से अपनी लक्ष्मी दूसरे के पास चली जाती हैं.
दीवाली और धनतेरस पर घर की अच्छे से साफ सफाई करनी चाहिए. ध्यान रखें कि घर में कूड़ा, रद्दी और गंदगी न हो.
इसके अलावा घर के मुख्य द्वार को सजाकर रखें. इस पर जूता-चप्पल कतई ना रखें.