देश में कई ऐसे कथावाचक हैं जो कथाएं करते हैं. इन कथावाचकों में पुरुष और महिला दोनों शामिल हैं.
ऐसी ही एक कथावाचिका का नाम है, 'देवी चित्रलेखा'. इंस्टाग्राम अकाउंट के मुताबिक, वह आध्यात्मिक गुरु भी हैं.
देवी चित्रलेखा की सोशल मीडिया पर काफी फैन फॉलोइंग है. उनके इंस्टाग्राम पर 2.1 मिलियन फॉलोवर्स हैं.
देवी चित्रलेखा से एक इंटरव्यू में पूछा गया, 'कई लोगों का कहना है कि आपने मुस्लिम से शादी की है. इस बात में कितनी सच्चाई है?'
इस सवाल पर देवी चित्रलेखा ने कहा, 'ना मैंने उस समय इसका कोई विरोध किया था और ना अब करूंगी. जो लोग सत्य जानते हैं उन्हें पता है कि वे ब्राह्मण परिवार से हैं और उनका नाम माधव तिवारी है.'
'मैं अकेली नहीं हूं इस संसार में. जैसे भगवान कृष्ण हुए, राम हुए, लोगों ने तो उन पर भी कलंक लगाए. हम तो साधारण इंसान हैं.'
'अगर आप मीठा खाते हैं तो आपको खट्टा भी खाना ही होता है. मैंने उस समय भी अपने जीवन पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ने दिया था. ना आगे पढ़ने दूंगी.'
पति के बारे में देवी चित्रलेखा ने कहा, 'हमारी अरेंज मैरिज हुई थी. वो परिचित थे, कथा में आते थे. लेकिन वो कहते हैं ना जो होता है प्रभु जी की इच्छा से होता है. पारिवार की सहमति हुई, सहयोग मिला और ये शादी हुई.'
'हमें एक भक्तिमय वातावरण चाहिए था. घर वालों को लगता था कि पता नहीं लड़की कथा कर पाएगी या नहीं. इस चीज का सहयोग मिलेगा या नहीं? लेकिन जो सहयोग मिलना था मिला, और शादी हो गई.'
देवी चित्रलेखा ने आगे कहा, 'दरअसल, जब लोग कोविड के समय फ्री थे तो उनको कुछ ना कुछ मसाला चाहिए था, उसी समय यह अफवाह उड़नी शुरू हुई थी.'