By: Sumit Kumar

होलाष्टक कब से शुरू? इस दौरान न करें ये 5 गलतियां

फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा को होलिका दहन होता है और उसके अगले दिन यानी चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि के दिन होली खेली जाती है.

होली के 8 दिन पहले होलाष्टक लग जाते हैं. इसका समापन होलिका दहन के साथ होता है. इसमें शुभ और मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं

इस साल 28 फरवरी से होलाष्टक की शुरुआत हो जाएगी और 7 मार्च को होलिका दहन के साथ इसका समापन होगा.

1. होलाष्टक में शादी-विवाह और सगाई जैसे मांगलिक कार्यों के अलावा मुंडन और नामकरण जैसे संस्कार नहीं करने चाहिए.

होलाष्टक में न करें ये 5 काम

2. होलाष्टक में भवन निर्माण, वाहन, प्लॉट या किसी प्रॉपर्टी को खरीदना या बेचना वर्जित माना जाता है.

3. होलाष्टक में भूलकर भी यज्ञ और हवन जैसे कार्य नहीं करने चाहिए. इसमें शुभ कार्यों की शुरुआत से भी बचें.

4. अगर आप किसी नई दुकान का शुभारंभ करने वाले हैं तो होलाष्टक से पहले या बाद में करें तो बेहतर होगा.

5. होलाष्टक में सोने या चांदी के आभूषण खरीदने से बचें. आप होलाष्टक से पहले या बाद में इन्हें खरीद सकते हैं.