इस बार होली पर 25 मार्च को रंग-गुलाल खेला जाएगा और 24 मार्च को होलिका दहन होगा. होलिका दहन पर आपने भक्त प्रह्लाद और उनके क्रूर पिता हिरण्यकश्यप की कहानी तो सुनी ही होगी.
Credit: Getty Images
हिरण्यकश्यप चाहता था कि लोग उसे भगवान मानकर पूजने लगें. जबकि खुद उसका ही पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु की आराधना में लीन रहता था.
इसलिए हिरण्यकश्यप ने अपनी ही संतान को मारने की साजिश तक रच डाली थी. नतीजन आज भी लोग एक क्रूर पिता की तुलना हिरण्यकश्यप से करते हैं.
आइए जानते हैं कि व्यवहार में कौन से अवगुण आने पर एक पिता हिरण्यकश्यप के समान क्रूर हो जाता है.
Credit: Getty Images
अभद्र भाषा एक पिता का सबसे बड़ा अवगुण है. भाषा में दोष आने से बच्चों की मानसिकता पर बुरा असर पड़ता है. बच्चों के सामने सोच-समझकर बात करें.
Credit: Getty Images
एक अच्छे पिता के व्यवहार में झूठ, अहंकार, द्वेष, क्रोध या अमपान करने का भाव नहीं होना चाहिए. ऐसे गैर-मर्यादित मूल्यों से बच्चों को हमेशा दूर रखें.
Credit: Getty Images
एक अच्छा पिता होने के नाते आपको अपने बच्चों के सामने कभी पत्नी के साथ झगड़ा नहीं करना चाहिए. इससे बच्चों की परवरिश पर बुरा असर होता है.
Credit: Getty Images
बच्चे के सामने कभी गलत बात का प्रोत्साहन न करें. ये बुरी आदत उनका पूरा जीवन बर्बाद कर सकती है. बच्चों को हमेशा सही और गलत के बीच फर्क करना सिखाएं.
Credit: Getty Images