8 Mar 2025
Aajtak.in
हर साल फाल्गुन पूर्णिमा की रात होलिका दहन किया जाता है. इस बार फाल्गुन पूर्णिमा पर पूरे दिन भद्रा का अशुभ साया रहने वाला है.
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ऐसे में लोगों का चिंता है कि भद्रा के चलते फाल्गुन पूर्णिमा की रात होलिका दहन कब और कैसे होगा. आइए इस बारे में ज्यादा जानते हैं.
होलिका दहन के समय भद्रा का अशुभ साया रहेगा. इस काल में कोई भी शुभ काम जैसे पूजा-पाठ, हवन, जप आदि नहीं किए जाते हैं.
13 मार्च 2025 को पूर्णिमा तिथि सुबह 10:36 बजे शुरू होगी, जो अगले दिन दोपहर 12:15 बजे तक रहेगी.
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13 मार्च को करीब 13 घंटे भद्रा काल रहेगा. पंचांग के अनसार, भद्रा काल सुबह 10:36 बजे से रात 11:27 बजे तक रहेगा.
चूंकि 13 मार्च को भद्रा रात 11:27 बजे तक है, इसलिए इसके बाद रात में रात 11:28 बजे से होलिका दहन का अनुष्ठान आरंभ किया जा सकता है.
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हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार होलिका दहन मुहूर्त की अवधि मात्र 47 मिनट की ही रहेगी और यह मध्य रात्रि 12:15 AM बजे तक मान्य है.
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इस दौरान होलिका पूजन और संबंधित अनुष्ठान संपन्न कर लेने चाहिए. भद्रा काल के रहते यह अनुष्ठान आरंभ करने स बचें.
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