दिवाली का त्योहार मुख्य रूप से पांच दिन का होता है.
इसकी शुरुआत धनतेरस के साथ होती है और इसका समापन भैया दूज के साथ होता है.
आइए जानते हैं दिवाली के त्योहार की तैयारी कैसे की जाती है.
दिवाली और धनतेरस से पहले ही घर को अच्छी तरह से साफ कर लें. दीवारों पर रंगाई-पुताई का कार्यक्रम धनतेरस से पहले समाप्त हो जाना चाहिए.
घर में इस्तेमाल न होने वाले कपड़े और जूते-चप्पल हटा बाहर कर दीजिए. मुख्य द्वार पर भी ऐसी चीजें रहना शुभ नहीं होता है.
मुख्य द्वार पर कभी अंधेरा न रहने दें. इसलिए दिवाली से पहले और दिवाली के बाद घर के बाहर भी उजाला रखें.
पूजा के स्थान से फटे हुए चित्र और टूटी हुई मूर्तियों हटा दें. इन चित्रों और मूर्तियों का विसर्जन भैया दूज के बाद करें.
अगर किसी नई मूर्ति या सामान की खरीदारी करते हैं तो उसे पूजा स्थान पर रखते जाएं. दीपावली पूजन के बाद इन चीजों का इस्तेमाल करना आरंभ करें.
यदि दिवाली पर किसी को उपहार देने का मन बना रहे हैं तो ये काम दिवाली से पहले कर लीजिए. त्योहार के दिन किसी को गिफ्ट या पैसे देने से बचें.
यदि नए वस्त्र खरीदे हैं तो उन्हें पहनकर ही पूजा करें. दीपावली की सफाई अगर किसी से करवाते हैं तो उसे कुछ धन अवश्य दें.