6 या 7 सितंबर कब है जन्माष्टमी? इस दिन भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां

6 या 7 सितंबर कब है जन्माष्टमी? इस दिन भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां

हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाता है.

इस बार जन्माष्टमी 6 और 7 सितंबर 2 दिन मनाई जाएगी. गृहस्थ लोग 6 सितंबर को, जबकि वैष्णु संप्रदाय 7 सितंबर को जन्माष्टमी मनाएगा.

ज्योतिषियों का कहना है कि जन्माष्टमी पर कुछ नियमों का विशेष ख्याल रखना चाहिए. इस दिन भूलकर भी 5 गलतियां नहीं करनी चाहिए.

शास्त्रों के अनुसार, मंदिर में कभी श्रीकृष्ण की पीठ के दर्शन नहीं करने चाहिए. श्रीकृष्ण की पीठ देखने से इंसान के पुण्य कम हो जाते हैं.

1. श्रीकृष्ण की पीठ

मायावी असुर कालयवन के पुण्य समाप्त करने के लिए श्रीकृष्ण को उसे अपनी पीठ दिखानी पड़ी थी. इसके बाद उनका नाम रणछोड़ भी पड़ा.

जन्माष्टमी के दिन भूलकर भी तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए. श्रीकृष्ण विष्णु का पूर्ण अवतार हैं और भगवान विष्णु को तुलसी बहुत प्रिय है.

2. तुलसी के पत्ते

जन्माष्टमी के दिन चावल से परहेज करना चाहिए. एकादशी की तरह जन्माष्टमी पर भी चावल या जौ से बनी चीजें नहीं खाई जाती हैं.

3. चावल से परहेज

जन्माष्टमी के दिन लहसुन, प्याज या तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए. इस दिन मांस, मदिरा पान से भी दूर ही रहें.

4. लहसुन-प्याज

जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को काले रंग की सामग्री अर्पित न करें. साथ ही, काले वस्त्र पहनकर भगवान की पूजा न करें.

5. काले रंग की सामग्री