जन्माष्टमी पर भूलकर भी न करें तुलसी से जुड़ी ये 5 गलतियां, रुष्ट हो जाएंगे कान्हा

24 Aug 2024

AajTak.in

इस साल जन्माष्टमी का महापर्व 26 अगस्त को मनाया जाएगा. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा का विधान है.

कृष्ण भगवान विष्णु का 8वां अवतार हैं. भगवान विष्णु को तुलसी अत्यंत प्रिय है. इसलिए जन्माष्टमी के दिन तुलसी से जुड़ी 5 गलतियां कभी नहीं करनी चाहिए.

1. अगर जन्माष्टमी के दिन आप तुलसी की पूजा करते हैं तो ध्यान रहे कि शाम के समय तुलसी के पौधे को स्पर्श बिल्कुल न करें. सूर्यास्त के बाद इसके पत्ते न तोड़ें.

2.  तुलसी पूजन के समय महिलाओं को अपने बाल कभी खुले नहीं रखने चाहिए. तुलसी पूजा के समय महिलाओं को बाल बांधकर रखना चाहिए.

3. जन्माष्टमी के दिन कृष्ण के भोग में तुलसी दल का प्रयोग होता है. यदि आप भी उन्हें तुलसी अर्पित करना चाहते हैं तो इसे झटके से न तोड़ें.

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तुलसी दल लेने के लिए सर्वप्रथम तुलसी को प्रणाम करें. फिर कोमलता के साथ इसकी पत्तियां तोड़ें. तभी भगवान तुलसी दल को स्वीकार करेंगे.

4. तुलसी पूजा या तुलसी को जल अर्पित करने के बाद इसकी परिक्रमा करना न भूलें. तुलसी पूजा के बाद कम से कम तीन बार इसकी परिक्रमा करें.

5. कुछ लोग तुलसी को चुनरी ओढ़ाने के बाद उसे बदलते नहीं हैं, जबकि इसे बदलते रहना चाहिए. तुलसी को नई चुनरी ओढ़ाने के लिए जन्माष्टमी का दिन शुभ है.