पंडित अरुणेश कुमार शर्मा के मुताबिक, ज्येष्ठ पूर्णिमा 03 मई यानी कल ही मनाई जाएगी.
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन वट सावित्री पूर्णिमा व्रत भी रखा जाएगा. इसलिए, इस दिन वट की पूजा भी की जाएगी.
पूर्णिमा के दिन स्नान और दान करना सबसे शुभ माना जाता है. आइए जानते हैं कि ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन किन गलतियों से सावधान रहना चाहिए.
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए. बल्कि इस दिन सुबह जल्दी उठकर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए.
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन तामसिक भोजन, प्याज और लहसून का सेवन नहीं करना चाहिए.
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन अपना व्यवहार अच्छा रखें. किसी से भी लड़ाई झगड़ा न करें.
इस दिन पूजा करते समय काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए. बल्कि लाल और पीले रंग के कपड़े पहनकर पूजन करना चाहिए.
पूर्णिमा के दिन तुलसी नहीं तोड़नी चाहिए. क्योंकि तुलसी भगवान विष्णु की सबसे प्रिय मानी जाती है.
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन बाल या नाखून नहीं कटवाने चाहिए. ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है.