23 July 2024
Credit: Aajtak.in
श्रावण मास की पहली एकादशी कामिका एकादशी है. हिंदू पंचांग के अनुसार, यह एकादशी श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है.
कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु की ही विधिवत पूजा की जाती है और क्योंकि यह श्रावण मास में आती है इसलिए खास मानी जाती है.
कहते हैं कि इस दिन श्रीहरि के नाम का व्रत करने से जातक को सभी पापों और परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है.
तो आइए जानते हैं कि सावन की पहली एकादशी कब है और यह किन योगों में मनाई जाएगी.
सावन कृष्ण पक्ष कामिका एकादशी की तिथि 30 जुलाई को शाम 4:44 मिनट पर होगी और समापन 31 जुलाई को दोपहर 3:55 मिनट पर होगा.
कामिका एकादशी का पारण 1 अगस्त को सुबह 5 बजकर 43 मिनट से लेकर 8 बजकर 24 मिनट पर होगा.
इस बार सावन की पहली एकादशी यानी कामिका एकादशी बहुत ही खास मानी जा रही है. क्योंकि कामिका एकादशी पर पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण होने जा रहा है.
कामिका एकादशी पर सुबह-सुबह भगवान कृष्ण की आराधना करें. उनको पीले फूल, पंचामृत और तुलसी दल अर्पित करें और फल भी अर्पित करें.
इसके बाद भगवान कृष्ण का ध्यान करें तथा उनके मंत्रों का जप करें. इस दिन भी शिव जी को जल अर्पित करें.
कामिका एकादशी पर भगवान शिव और श्रीहरि दोनों की कृपा मिलती है. इस दिन स्नान, दान और ध्यान का अनंत फल प्राप्त होता है.