1 aug 2024
AajTak.In
इस बार सावन शिवरात्रि का त्योहार 2 अगस्त यानी कल मनाया जाएगा. इस दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा बहुत मंगलकारी मानी जाती है.
हरिद्वार से कांवड़ में गंगाजल भरकर लाने वाले श्रद्धालु सावन शिवरात्रि के दिन ही शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं. इसके बाद ही उनकी यात्रा पूर्ण मानी जाती है.
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार सावन शिवरात्रि पर तीन शुभ मुहूर्तों में शिवलिंग का जलाभिषेक किया जा सकता है.
पहला मुहूर्त- 2 अगस्त को सुबह 04 बजकर 26 मिनट से लेकर सुबह 05 बजकर 14 मिनट तक ब्रह्म मुहूर्त रहेगा. आप इस मुहूर्त में जलाभिषेक कर सकते हैं.
दूसरा मुहूर्त- फिर सुबह 09 बजकर 02 मिनट से लेक सुबह 10 बजकर 42 मिनट तक अमृत काल रहेगा. इसमें भी शिव पूजन और जलाभिषेक किया जा सकता है.
शिव मंदिर में एक दीपक जलाएं. उत्तर दिशा की ओर मुख करके शिवलिंग पर एक लोटा जल चढ़ाएं. अशोक सुंदरी वाले स्थान से लेकर शिवलिंग के शीश तक जल चढ़ाएं.
इसके बाद भगवान शिव को चंदन, अक्षत, बेलपत्र, धतूरा और फल-पूल चढ़ाएं. शिव को भस्म और रुद्राक्ष चढ़ाने से भी बहुत लाभ मिलता है. फिर महादेव के मंत्रों का जाप करें.
शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर गाय का शुद्ध घी अर्पण करें और फिर 11 साबुत बेलपत्र पर सफेद चंदन से राम नाम लिखकर शिवलिंग पर अर्पित करें.